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खिड़कियों और दरवाजे की सफाई: अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों को हमेशा साफ और स्वच्छ रखें क्योंकि घर में आने वाला धन का इससे सीधा संबंध हैं। ये साफ नहीं होने पर धन प्राप्ति के मार्ग में बाधा पहुंचती है।
कर्म और भाग्य यदि समानांतर चलें तो इंसान रंक से राजा भी बन सकता है. कई बार ऐसा होता है कि अथक परिश्रम करने के बावजूद भाग्य आपका साथ नहीं देता है जिस कारण आप मनमुताबिक सफलता नहीं हासिल कर पाते हैं. लेकिन अगर आप अपने भाग्य को चमकाना चाहते हैं तो अपनाएं ज्योतिष के ये नियम और बन जाएं मुकद्दर के सिकंदर.
भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
नकरात्मक ऊर्जा से बचें
दक्षिण-पश्चिम में ऊंचे पेड़ : घर में समृद्धि के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में ऊंचे पेड़ लगाए जाना चाहिए। ये वृक्ष अर्थ की स्थिरता पैदा करते हैं। किसी भी तरह के दुर्भाग्य को टालते हैं और परिवार पर आने वाले संकट को भी दूर करते हैं। ये पारिवारिक संपन्नता और व्यापार में लाभ के लिए उपयोगी वास्तु उपाय है।
इस राशी के लोग यथासंभव बेल्ट का प्रयोग न करें। अस्पताल में दमे की दवा मुफ्त में दें।
घर में स्थापित देवी-देवताओं को रोज फूलों से सजाना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि फूल ताजे ही हो। सच्चे मन से देवी-देवताओं को फूल आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं व व्यक्ति के जीवन की हर परेशानी दूर कर सकते हैं। स्नान करने के read more बाद तोड़े गए फूल ही भगवान को चढ़ाना चाहिए, ऐसा नियम है।
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इन्द्रजाल द्वारा घर में शांति और प्यार
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
क्या भगवान कृष्ण का दिल रखा हुआ है आज भी?
कन्या दान में अपनी तरफ से भी सामान दें। रोगियों को दवा में सहायता करें ।
कर मूले तू गोविंदा प्रभाते कर दर्शनम्।।